2 ऊने नर और नारी करके मान्सन हों रचो और उनहों आसीस दई, और उनके रचबे के दिना उनकौ नाओं आदम रखो।
तब यहोवा परमेसुर ने मान्स हों अपने स्वरूप के अनसार रचो, अपनेई स्वरूप अनसार यहोवा परमेसुर ने ऊहों रचो; नर और नारी करके ऊने मान्सन की रचना करी।
यहोवा परमेसुर ने उनहों आसीस दई, और उनसें कई, “फूलो-फलो और पृथ्वी में भर जाओ और ऊहों अपने बस में कर लेओ; और समंदर की मछरियां, आकास के पक्छियों और पृथ्वी पै रेंगबेवारे सबरे जन्तुओं पै अधकार रखो।”
जब यहोवा परमेसुर ने आदम हों लैकें अदन की बगिया में रख दओ, कि बौ ऊमें काम करे और ऊकी देखभाल करे।
आदम ने कई, “अब जा मोरी हड्डियों में की हड्डी और मोरे मांस में कौ मांस आय; ई लाने ईकौ नाओं नारी हुईये, कायसे जा नर में सें काड़ी गई आय।”
जब आदम एक सौ तीस साल कौ भओ, तब ऊके द्वारा ओई जैसो ओई के स्वरूप के अनसार एक मोंड़ा पैदा भओ। ऊने ऊकौ नाओं शेत रखो।
ऊने उत्तर दओ, का तुम ने नईं पढ़ो, कि जीने उन हां बनाओ, ऊ ने शुरू से उन हां नर और नारी बना के कओ।
पै संसार के शुरू से परमेसुर ने मान्स और बईयर के हिसाब से उने बनाओ आय।
ऊने एकई जड़ से मान्स की हर एक जात हां बनाओ की सबरी धरती पे बस जाबें; और ई लाने ऊ ने उन को एक सही बेरा, और उन के रहबे की हदें ठहरा दईं।