2 फिन ऊने कई, “मैंने सुनो आय कि मिस्र में अन्न आय; ई लाने तुमोंरें उतै जाकें हमाए लाने अन्न खरीदकें ल्याओ, जीसें हम नें मरें, बल्कि जियत रएं।”
फिन यहूदा ने अपने बाप इस्राएल सें कई, “ऊ मोंड़ा हों मोरे संगै पठै देओ कि हम चले जाएं; ईसें हम और तें, और हमाए बालबच्चे मर नें पाहें, बल्कि जियत रैहें।
ऊने उत्तर दओ; जौ भी लिखो है कि मान्स केवल रोटी से नईं, पर हर एक बोल से जो परमेसुर के मों से कड़त आय जीयत रै है।
सो जल्दी मोरे बाप के लिगां जाकें कओ, ‘तोरो मोंड़ा यूसुफ एैसो कैत आय कि यहोवा परमेसुर ने मोहों पूरे मिस्र देस कौ मालक ठैराओ आय; ई लाने तें मोरे लिगां बिना देर करें चलो आ।
ई लाने जदि तें हमाए भईया हों हमाए संगै पठैय, तब तौ हम जाकें तोरे लाने भोजनबस्त खरीद ल्याहें,
जब बौ अन्न जो बे मिस्र सें ल्याए हते, बड़ा गओ तब उनके बाप ने उनसें कई, “फिन जाकें हमाए लाने भोजनबस्त खरीदकें ल्याओ।”
पर याकूब ने जा सुन के, कि मिसर में नांज आय, हमाए बापदादन हां पैली बेर पठैओ।
सो यूसुफ के दस भईया अन्न खरीदबे के लाने मिस्र हों गए।