5 परन्त कैन और ऊकी भेंट हों ऊने स्वीकार नईं करो। तब कैन बेजा गुस्सा भओ, और ऊके मों पै उदासी छा गई।
याकूब ने लाबान के मों पै नजर करी और ताड़ लओ कि ऊ ऊके लाने पैलां के जैसो नईं आय।
“तुमाए बाप के मों सें मोहों जान पड़त आय कि ऊ मोहों पैलां के जैसो अब नईं हेरत; परन्त मोरे बाप कौ यहोवा परमेसुर मोरे संगै आय।
अपनी बईयर की जे बातें सुनकें कि तोरे दास ने मोए सें एैसो काम करो, यूसुफ के मालक कौ गुस्सा भड़को।
का मोरे लाने सही नईंयां कि जो मोरो आय ऊहां जैसो चाहों सो बाटों? का मोरो भलो करबो तोरी आंखन में खटकत आय?
पर जब यहूदियन ने भीड़ हां हेरो तो बे जलन से भर गए, और ठट्ठो करत भए पौलुस की कही भई बातन कौ बरगलान लगे।
बिसवास करके हाबिल ने कैन से बढ़िया बलदान परमेसुर हां चढ़ाओ; और ओई से ऊ धरमी कहाओ, ऐई से ऊके बिसवास की चरचा अबै लौ होत आय।
उन पे श्राप पड़े, कायसे बे कैन जैसी चाल चले, और तनक से पईसन के लाने बिलाम जैसे कुटे भए, और कोरह के जैसो बिरोध करके मारे गए।