2 ऊने सब सें आंगू मोंड़ों समेंत दासियों हों, उनके पाछें बच्चों समेंत लिआ हों और सबके पाछें राहेल और यूसुफ हों रखो,
इस्राएल अपने सब मोंड़ों सें ज्यादा यूसुफ सें प्रेम रखत हतो, कायसे ऊ ऊके बुढ़ापे कौ मोंड़ा हतो: और ऊने ऊके लाने रंगबिरंगो अंगरखा बनवाओ।
तब याकूब राहेल के लिगां भी गओ, और ऊकौ प्रेम लिआ सें ज्यादा ओई पै भओ; और ऊने लाबान के संगै रहकें सात साल लौ और ऊकी सेवा करी।
याकूब ने आंखें उठाकें जौ हेरो कि एसाव चार सौ मान्सन हों संगै लएं भए चलो आत आय। तब ऊने बच्चों हों अलग-अलग बांटकें लिआ, राहेल और दोई दासियों हों सौंप दओ।
और खुद उन सबके आंगू बढ़ो और सात बेर जमीन पै गिरकें दंडवत करो, और अपने भईया लौ पोंचो।
लाबान की दो मोंड़ियां हतीं, जीमें सें जेठी कौ नाओं लिआ और लौरी कौ राहेल हतो।