5 बल्कि यहोवा परमेसुर खुद जानत आय कि जी दिना तुम ऊकौ फल खाहौ ओई दिना तुमाई आंखें खुल जैहें, और तुम अच्छे बुरय कौ ज्ञान पाकें यहोवा परमेसुर के बरोबर हो जैहौ।”
यहोवा परमेसुर ने धरती सें सब भांत के पेड़, जो हेरबे में सुन्दर और जिनके फल खाबे में नोंने आंय उगाए, और बगिया के मजारें जीवन के पेड़ हों और अच्छे और बुरय के ज्ञान के पेड़ हों भी लगाओ।
फिन यहोवा परमेसुर ने कई, “मान्स अच्छे बुरए कौ ज्ञान पाकें हम में सें एक के जैसो हो गओ आय: ई लाने अब एैसो नें होए कि ऊ हाथ बढ़ाकें जीवन के पेड़ कौ फल भी तोड़कें खा ले और सदा लौ जियत रए।”
कि तें उन की आंखन हां खोले, जीसे की बे अंधयारे से उजयारे की कोद, और शैतान के राज्य से परमेसुर की कोद फिरें; जीसे की बे पापन की क्षिमा, और उन लोगन के संग्गै पदवी पाबें, जौन मोय पे भरोसा करबे के द्वारा पवित्र भए आंय।
और जौन मान्सन ने बिसवास नईं करो, कायसे उन की बुद्धि हां ई संसार के ईसुर-शैतान छलिया ने अंधरया दओ आय, कि मसीह जौन परमेसुर आय, उनकी बातन को तेज उन पे अबै न पड़े।
जौन बिरोध करत आंय, उन हां जौन परमेसुर के मानबेवारे आंय, और अपने आप हां बड़ो कैत आंय, इते लौ कि बो परमेसुर के मन्दर में बैठ के अपने आप हां परमेसुर कैत आय।
जौ जनावर धरती पै रैबेवारन हां मूरख बनात हतो, और उन बेजा काम हां जौ ऊ जनावर के बल से करत हतो, और संसार के मान्सन से कैत हतो, कि बो जनावर जीहां घाव हो गओ हतो बो अच्छो हो गओ आय, सो तुम ऊ की मूरत बनाओ, और ऊ की पूजा करो।