4 तब सांप ने बईयर सें कई, “तुम पक्कौ नें मरहौ!
तब यहोवा परमेसुर ने बईयर सें कई, “तेंने जौ का करो आय?” बईयर ने कई, “सांप ने मोए बहका दओ, तब मैंने खाओ।”
परन्त जो पेड़ बगिया के मजारें आय, ऊके फल के बारे में यहोवा परमेसुर ने कई आय कि नें तौ तुम ऊहों खईयो और नें ऊहों छुईयो, नईं तौ मर जैहौ।”
तुम अपने बाप शैतान से आव, और अपने बाप की मनकी बात हां पूरो करबो चाहत आव। बो तो शुरु से हत्यारो आय, और सत्य पे टिको नईं रओ, कायसे सत्य ऊ में हैई नईंयां: जब बो झूट बोलत आय, तो अपने गुन से बोलत आय; कायसे बो झूटो आय, और झूट कौ बाप आय।
अकेले मोहां डर आय कि जैसे सरप ने होसियारी से हव्वा हां बिलोर दओ, ऊंसई तुमाओ मन को सीधोपन और साजोपन जौन मसीह के संग्गै होबो चईये कहूं बिगड़ न जाबै।
कि शैतान छलिया को हम पै दांव न चले, कायसे हम ऊ की बातें जानत आंय।
और आदम नईं, अकेले हव्वा शैतान छलिया की बातन में फंसके अग्या तोड़बेवारी हो गई।