उनोंरन ने ऊसें कई, “हम दोई ने सपना हेरो आय, और उनके फल कौ बताबेवारो कोऊ भी नईंया।” यूसुफ ने उनसें कई, “का सपनों कौ फल कहबो यहोवा परमेसुर कौ काम नईंया? मोहों अपनो-अपनो सपना बताओ।”
परन्त जब बो जौ सब सोचई रओ हतो तो पिरभू कौ एक सरगदूत ऊहां सपने में जौ कहत भओ दिखो; कि ऐ यूसुफ दाद के पूत, तें मरियम हां अपनी घरवाली बनाबे से न डरा; कायसे जौन ऊके गरभ में आय, बो पवित्र आत्मा की कोद से आय।
और जब बो न्याव करबे गद्दी पे बैठो हतो तो ऊकी घरवारी ने ऊहां कहला पठैव, कि ई धर्मी मान्स के मामले में हाथ न डारियो; कायसे आज रात मैं ने सपने में ऊके काजें बिलात दुख उठाओ आय।