3 और कैन लगो, “हे पिरभु, जदि मोए पै तोरी किरपा की नजर आय तौ मैं बिनती करत आंव कि अपने दास के लिगां सें चले नें जईयो।
ऊने आंख उठाकें नजर करी तौ का हेरो कि तीन मान्स ऊके सामूं ठांड़े आंय। जब ऊने उनहों हेरो तब ऊ उनसें मिलबे के लाने तम्बू के दोरे सें दौड़ो, और जमीन पै गिरकें दंडवत करो,
मैं थोड़ो सो पानूं लात आंव, और आप औरें गोड़े धोकें ई पेड़ के तरें आराम करें।
ऊने कई, “हे यहोवा परमेसुर की कोद सें धन्य मान्स भीतर आ। तें काए बायरें ठांड़ो आय? मैंने घर हों और ऊंटों के लाने भी जागां तईयार करी आय।”
और मोरे लिगां गईया-बैला, गदहे, गाड़र-छिरियां, दास-दासियां आंय: और मैंने अपने पिरभु के लिगां ई लाने सन्देसो पठैव आय कि तोरी किरपा की नजर मोए पै होए’।”
तब ऊकी किरपादृस्टि ऊपै भई, और ऊ ऊकी सेवा-टहल करबे के लाने ठैराओ गओ; फिन ऊने ऊहों अपने घर कौ अधकारी बनाकें अपनो सब कछु ऊके हाथ में सौंप दओ।