तब ऊ दास अपने मालक के ऊंटों में सें दस ऊंट छांटकें, ऊकी सबरी अच्छी-अच्छी चीजों में सें कछु कछु लैकें चलो; और मेसोपोटामिया में नाहोर के नगर के लिगां पोंचो।
और ऊहां कछु लौ जमीन जदाद, इते लौ कि गोड़े धरबे हां जांगा नईं दई, पर कौल करो कि मैं जौ देस, तोरे और तोरे पाछें तोरे वंस के हाथ कर दें हों; जैसे ऊ समय ऊ लौ कौनऊ लड़का न हतो।