फिन उनोंरन ने कई, “आओ, हम एक नगर और एक गुम्मट बना लें, जीकी चोटी आकास सें बातें करे, ई तरहां सें हम अपनो नाओं करें, एैसो नें होए कि हमें पूरी पृथ्वी पै फैलने पड़ै।”
ई कारन ऊ नगर कौ नाओं बाबेल पड़ो; कायसे पूरी पृथ्वी की भासा में जो गड़बड़ी आय, बा यहोवा परमेसुर ने उतईं डाली, और उतईं सें यहोवा परमेसुर ने मान्सन हों पूरी पृथ्वी के ऊपर तितर-बितर कर दओ।