फिन यहोवा परमेसुर ने कई, “हम मान्स हों अपने स्वरूप के अनसार अपने समान बनाएं; और बे समंदर की मछरियों, आकास के पक्छियों, घरेलू पसुओं, पूरी पृथ्वी और सब रेंगबेवारे जन्तुओं पै जो पृथ्वी पै रेंगत आंय, अधकार रखें।”
फिन यहोवा परमेसुर ने कई, “मान्स अच्छे बुरए कौ ज्ञान पाकें हम में सें एक के जैसो हो गओ आय: ई लाने अब एैसो नें होए कि ऊ हाथ बढ़ाकें जीवन के पेड़ कौ फल भी तोड़कें खा ले और सदा लौ जियत रए।”
सो जदि समाज एक जांगा जुड़ी होबे, और सबरे जने दूसरी दूसरी भाषा बोलें, और जौन पढ़ो लिखो नईंयां और बिसवास न करबेवारे मान्स भीतरे आ जाबें, तो का बे तुम हां पगला न कै हैं?