1 पूरी पृथ्वी पै एकई भासा और एकई बोली हती।
नूह के मोंड़ा के घराने जेई आंय: और उनकी जातियन के अनसार उनकी बंसावलियां जेई आंय; और जल-प्रलय के बाद पृथ्वी भर की जातियन इनईं में सें होकें बंट गईं।
ऊ बेरा के मान्स पूरब कोद यात्रा करत भए शिनार देस में एक मैंदना पाकें ऊमें बस गए।
यहोवा परमेसुर ने कई, “मैं का हेरत आंव कि सबरे एकई दल के आंय, और भासा भी उन सबकी एकई आय, जदि बे अब जौ काम करबे लगे आंय तौ बे जो कछु भी करबे की ठान लैहें, उनके लाने कछु भी करबो असम्भव नें हुईये।
जब बो आवाज भई तो मान्स जुड़ आए और बे औरें घबरा गए, कायसे हर एक जन हां जौई सुनाई पड़त हतो, कि जे मोरी भाषा में बोल रए आंय।