16 अकेले मैं कैत आंव, आत्मा जैसो कैबे ऊंसे करो, तो तुम अपने मन की बात में न चल हौ।
तब यहोवा परमेसुर ने कई, “मोरी आत्मा मान्स के संगै हमेसा लौ नें रैहै, कायसे मान्स भी सरीरई आय; ऊकी उमर एक सौ बीस साल की हुईये।”
ई लाने पाप तुमाए नास होबेवारे देयां में राज न करे, कि तुम ऊ की लालसाओं के बस में रओ।
सो अब जौन मसीह यीशु में आंय, उन पे दण्ड कौ हुकम नईंयां: कायसे बे देयां के अनसार नईं पर आत्मा के अनसार चलत आंय।
हे भईया हरौ, मैं जौ कैत आंव, कि बेरा हां घटा दओ गओ आय, ई लाने चईये कि जिन की घरवारी होबे, बे ऐसे होबें मानो कि उन की घरवारी नईंयां।
सो प्यारो जब जे बचन हम हां मिले, तो हम अपनी देह और आत्मा की सबरी गंदगी हां धो डालें, और मन में परमेसुर को भय मानें और पवित्तर हो जाबें।
अकेले मैं जौ कैत आंव, कि जौन वाचा परमेसुर ने पेंला से पक्की करी हती, ऊहां नैम चार सौ तीस बरसन के बाद नईं मेंट सकी, कि वाचा बचन झूठे पड़ जाते।
कायसे जौन अपने जी के लाने बोत आय, बो अपने काजें नास होबे की कटनी काट है।
पेंला हम सोई अपने मन की मरजी पै चलबेवारे हते, और मन की मरजी पूरी करत हते, हमाए काज नास होबे वारन जैसे हते।
पिरभू ने ऊंसई तुमाई बुरई अभलाखा निकाल दई, जैसे खतना होबे पै सरीर को भाग कट के न्यारो हो जात आय।
और हुकम मानबेवारे बच्चन की घांई अपनी न समझी के बेरा की पुरानी अभलाखाओं के जैसे न बनो।
सो जब तुम ने भाईचारे की निश्चल प्रीति के लाने सत्य के मानबे से अपने हियन हां पवित्तर करो आय, तो तन मन लगा के एक दूजे से अधक प्रेम करो।
हे प्यारो मैं तुम से बिन्तवाई करत आंव, कि तुम अपने आप हां परदेसी और यात्री जान के उन संसारी अभलाखाओं से जौन आत्मा से लड़त आंय, बरके रओ।
मरे भयन हां सोई भलो सन्देसो ई लाने सुनाओ गओ, कि देयां में तो मान्सन के अनसार उन कौ न्याय होबै, पर आत्मा में बे परमेसुर के अनसार जीयत रैबें।