“हे मोरे मोंड़ा सुलैमान! तें अपने बाप के यहोवा परमेसुर कौ ध्यान रख, और खरे हिया और खुसी सें ऊकी सेवा करत रै; कायसे यहोवा परमेसुर हिया हों जांचत और बिचार में जो कछु पैदा होत आय ऊहों समझत आय। जदि तें ऊकी खोज में रए, तौ ऊ तोहों मिलहै; परन्त तें ऊहों छोड़ दैहै तौ ऊ हमेसा के लाने तोहों छोड़ दैहै।
कायसे जौन काज नैम व्यवस्था देयां के काजें कमजोर होकें न कर सकी, ऊहां परमेसुर ने करो, जाने कि अपने पूत हां पापवारी देयां कौ रूप देके, पापबलि होबे के लाने पठैओ, देयां में पाप पे दण्ड कौ हुकम दओ।
अब हम हां ऐना में धुंधलो सौ दिखाई देत आय; परन्त ऊ बेरा आमूं सामूं हेर हैं, अबै तो मोरो ज्ञान अधूरो आय, परन्त ऊ बेरा भली भांत चीन्ह हों, जैसो मैं चीनो गओ आंव।
परन्त परमेसुर की बातें जीमें नीं जैसी बैठ गई आंय, उन पै ऐसी छाप लगी आय कि परमेसुर उन हां चीनत आंय; जो कोनऊं परमेसुर को नाओं जपत आय, बो अधरम से बचो रै है।
जब बे पिरभु और तारन करबेवारे यीशु मसीह की पैचान द्वारा संसार की कुल भांत की सड़ाहट से बच कड़े, और फिन उन में फंस के हार गए, तो उन की पाछें की हालत पेंला से बुरई होत आय।
कायसे हम हां पता आय, कि परमेसुर के बेटा ई धरती पै आ गए आंय, और उन ने हम हां ऐसी सीख दई आय, कि हम उन सांचे जनें को चीनें, और उनईं के संग्गै बने रैबें; बे सांचे परमेसुर आंय और उन में होकें बैकुण्ड वास मिलत आय।