13 उनके संग्गै बचे यहूदियन ने सोई बुरऔ करो, इते लौ कि बरनबास सोई उन की बातन में आ गओ।
फिन ऊने पूंछी, “का तें सांचऊं में मोरो मोंड़ा एसाव आय?” ऊने कई, “हओ, मैं आंव।”
ऐसई तुम मान्सन हां ऊपरें से तो धर्मी दिखाई देत आव, पर भीतरें से ढोंग और अधर्म से भरे भए आव।
यूसुफ नाओं को कुप्रुस कौ एक लेवी हतो, जी कौ नाओं प्रेरितन ने बर-नबा (जाने कि सान्ति कौ पूत) धरो हतो।
तुम हां पता आय, कि जब तुम दूसरी जातवारे हते, तो गूंगी मूरतन के पाछें जैसे निंगाए जात हते, ऊं सई निंगत हते।
धोखा न खाओ, बुरओ संग साथ साजे चरित्र को बिगाड़ देत आय।
तुमाओ बड़ो बोल बोलवो साजो नईंयां: का तुम हां जौ पता नईयां, कि तनक से खमीर से पूरो मड़ो भओ चून खमीर हो जात आय।
परन्त हुंसयार रओ, ऐसो न होबे, कि तुमाई जा छूट कऊं कमजोर जन के लाने उपटा लगबे कौ कारण बने।
चौदह बरस के बाद बरनबास के संग्गै मैं फिन के यरूशलेम हां गओ, और तीतुस हां सोई संग्गै ले गओ।
और जब उन ने बा दया हां जौन मोय पे भई जान लओ, तो याकूब, कैफा और यूहन्ना ने जौन मण्डली के खम्भा कहात हते, मोहां और बरनबास हां सूदो हाथ मिला के हम हां संग्गै कर लओ, कि हम अन्य जातियन लौ जाबें, और बे औरें खतना वारन लौ।
कि हम आगे बच्चन घांई नईं रैबें, जौन मान्सन की ठगाई और चालाकी से उनके फंसाबे की चाल, और उनके कैबे से, एक एक बयार से उछाले, और इते उते घुमाए जात आंय।
दूसरे परचार की बातन से नईं बिलुरियो, और अपने मन हां पक्को बनाए रखियो, खाबे की बस्तन पै भौत ध्यान न धरियो, कायसे खाबे से जादा कछु नईं होत।