ई लाने उन ने अपने चेलन हां हेरोदियन के संग्गै ऊके ऐंगर जौ कहबे हां पठैव, कि हे गुरू; हम जानत आंय, कि तें सच्चो आय; और परमेसुर की गैल सच्चाई से सिखात आय; और कोऊ की परवाह नईं करत, कायसे तें मों हेरी बात नईं करत।
कोऊ मान्स दो मालकन की चाकरी नईं कर सकत, कायसे बो एक से बैर और दूसरे से प्रेम रख है, या एक से मिलो रै है और दूसरे हां नैचों जान है; “तुम परमेसुर और धन दोई की भक्ति नईं कर सकत”।
बो सूर और सैदा के लोगन से बिलात गुस्सा हतो; बे एक मन होकें ऊके ऐंगर आए और राजमहल के हाकिम बलास्तुस हां मनाके मेल करबो चाहो; कायसे राजा के देस से उन के देस की रोटी चलत हती।
पर यहूदी ओई आय, जौन हिए से आय; और खतना ओई आय, जौन हिए और आत्मा कौ आय; लिखे से बात नईं बनत: ऐसन की बड़वाई मान्सन कुदाऊं से नईं, परन्त परमेसुर कुदाऊं से होत आय।
तुम अब लौ समझत हुईयो के हम तुमाए सामूं जबाव दे रए आंय, हम परमेसुर हां सामूं जान के मसीह में बोलत आंय, और भईया हरौ, जे सबरी बातें तुमाए बढ़बे के काजें कैत आंय।
हे चाकरो, अपने मालिक की बात मानो और सबरी बातन में उन हां खुस राखो, और ऐसो न करो कि जब बे तकत होबें तो दिखाबे हां तुम से डरके करें, पूरो मन लगाके काम करो।
हे पापीनिओ, का तुम नईं जानत, कि संसार से दोस्ती करबो परमेसुर से बैर धरबो आय? सो जो कोऊ संसार कौ दोस्त होबो चाहत आय, बो अपने आप हां परमेसुर कौ बैरी बनात आय।