19 ई कारन दिहाती यहूदी जो बिना सहरपनाह की बस्तियन में रैत हते, बे अदार मईना के चऊदवें दिना हों आनन्द और भोज और खुसी और आपस में खाबे-पीबे कौ सामान पोंचाबे कौ दिन ठैराकें मनात आंय।
और जौन जौन प्रान्त, और जौन जौन नगर में, जितै कऊं राजा कौ हुकम और नियम पोंचे, उतै उतै यहूदियन हों आनन्द और खुसी भई, और उनोंरन ने भोज करके ऊ दिना हों खुसी कौ दिन मानो। और ऊ देस के लोगन में सें बिलात सें जनें यहूदी बन गए, कायसे उनके हिया में यहूदियन कौ डर समा गओ हतो।
जिनमें यहूदियन ने अपने बैरियन सें आराम पाओ, और जौ मईना जीमें सोक आनन्द सें और बिलाप खुसी में बदलो गओ; (मनाओ करें) और ऊहों भोज और आनन्द और एक दूसरे के लिगां खाबे पीबे कौ सामान पोंचाबें और कंगालन हों दान देबे के दिन मानें।