ऊकी मैं जा कौल खात आंव, कि जो कछु तोरो आय ऊमें सें नें तौ मैं एक सूत, और नें पनईंयां हों कसबेवारी डोरी, नें कोऊ और चीज लैहों कि तें एैसो नें कै पाए कि ‘अब्राम मोरेई कारन पईसावारो भओ।’
ई बातन के पाछें राजा क्षयर्ष ने अगागी हम्मदाता के मोंड़ा हामान हों ऊंचो पद दओ, और ऊकौ मान देकें ऊके लाने ऊके साथी हाकिमन के सिंहासनों सें ऊंचो सिंहासन ठैराओ।
राज्य के सब प्रान्तन में ई मतलब की चिठियां सब हरकारन के द्वारा पोंचाई गईं कि एकई दिना में, मतलब अदार नाओं बारवें मईना के तेरवें दिना हों, का जवान, का बूढ़े, का बईयर, का बच्चा, सब यहूदी मार डाले जाबें; और उनकी धन सम्पत्ति लूट लई जाए।
तब हामान ने उनसें अपने धन, अपने लड़केबालों की बढ़ती और राजा ने ऊहों की तरहां बढ़ाओ, और सबरे हाकम और अपने सब कर्मचारियन सें ऊंचो पद दओ हतो, इन सब कौ बखान करो।
कायसे मैं और मोरी जात के लोग बेच डाले गए आंय, और हम सब मरबे और नास करे जाबेवारे आंय। जदि हम अकेले दास-दासी हो जाबे के लाने बेच डाले जाते, तौ मैं चुप रैती; चाए ऊ दसा में ऊ बिरोदी, राजा के नुकसान की बरोबरी नें कर सकतो।”
इन चिठियों में सब नगरन के यहूदियों हों राजा की कोद सें अनुमति दई गई, कि बे इकट्ठे होबें और अपनो अपनो प्राण बचाबे के लाने तईयार होकें, जौन जात या प्रान्त के मान्सन अन्याय करकें उनहों या उनकी बईयरों और बाल-बच्चों हों दुख दैबो चाहें, उनहों मार डालें और नास करें, और उनकी धन सम्पत्ति लूट लेबें।