8 ऊके लाने राजसी उन्ना लाओ जाए, जो राजा पैनत आय, और एक घुड़वा सोई, जीपै राजा सवारी करत आय, और ऊकी मुंड़ी पै जौन राजसी मुकट धरो जात आय, ऊ सोई लाओ जाए।
कि रानी वशती हों राजमुकट पहने भए राजा के सामूं ल्याओ; जीसें देस देस के मान्सन और हाकमन हों ऊकी खूबसूरती के दरसन हो जाबें; कायसें बा देखबे में सुन्दर हती।
राजा ने एस्तेर हों और सब कुवारियों सें जादां प्यार करो, और दूसरी सब कुंवारियों सें अधक ऊके अपनेपन और किरपा दृष्टि ओई पै भई, ई कारन ऊने ऊकी मूंड़ पै राजमुकुट रखो और ऊहों वशती की जागां पै पटरानी बनाओ।
राजा हों जवाब दओ, “जौन मान्स कौ मान राजा करबो चाए,
पर बाप ने अपने चाकरन से कओ; तुरतऊं बढ़िया से बढ़िया उन्ना ऊ ऐ पैराओ, और ऊके हाथ में छल्ला, और गोड़न में पनईंयां पैराओ।