ऊकी बड़वाई और ताकत के काओं, और मोर्दकै की ऊ बड़ाई कौ सबरो ब्योरा, जो राजा ने ऊकी करी हती, का बा मादै और फारस के राजाओं के इतिहास की पोथी में नईं लिखी आय?
उनईं दिनन में जब मोर्दकै राजभवन के फाटक में बैठो करत हतो, तब राजा के खोजे जौन ऊके रक्छक सोई हते, उन में सें बिकतान और तेरेस नाओं दो जनों नें राजा क्षयर्ष सें रूठकें ऊपै हाथ चलाबे की जुगत करी।
कि जदि राजा मोय सें खुस आय और मोरी बिन्तवाई सुनबो और जौन मैं मांगों ओई देबौ राजा हों भाए, तौ राजा और हामान भ्याने ऊ भोज में आबें जीहों उनके लाने करहों, और भ्याने में राजा के ई बचन अनसार करहों।”