9 ऊ दिना हामान मगन और हिया में खुस होकें बायरें गओ। परन्त जब ऊने मोर्दकै हों राजभवन के फाटक में हेरो, कि ऊ नें तौ ऊके सामूं ठांड़ो भओ, और नें हटो, तब ऊ मोर्दकै के बिरूद्ध गुस्सा सें भर गओ।
राजा के सब करमचारी जो राजभवन के फाटक पै रैत हते, बे हामान के सामूं झुककें परनाम करत हते कायसे राजा ने ऊके बारे में ऐसो हुकम दओ हतो; परन्त मोर्दकै नें तौ झुकत हतो और नें ऊको परनाम करत हतो।
जब हेरोदस ने जौ हेरो, कि ज्योतिषयन ने मोरे संग्गै दगा करो आय, तो बो आग-बबूला भओ; ऊने हुकम दैके बैतलहम और ऊके ऐंगर के सबरे मोंड़न हां जौन दो बरस, और ऊसे हल्के हते, मरवा डारो।