तब ऊने कई, “खाना मोरे लिगां ल्या, कि मैं अपने मोंड़ा के सिकार करे भए मांस में सें खाकें, मन भरकें तोहों आसीरवाद देओं।” तब ऊ खाना ऊके लिगां ल्याओ, और ऊने खाओ; और ऊ ऊके लिगां दाखमधु सोई ल्याओ और ऊने पी लई।
जौ भी कईयो, “तोरो दास याकूब हमाए पाछें-पाछें आ रओ आय।” कायसे ऊने जौ सोचो कि जा भेंट जो मोरे आंगू-आंगू जात आय, ईके द्वारा मैं ऊके गुस्सा हों ठंड़ो करके तब ऊकौ दरसन करहों; हो सकत आय ऊ मोए सें खुस हो जाए।
कि जदि राजा मोय सें खुस आय और मोरी बिन्तवाई सुनबो और जौन मैं मांगों ओई देबौ राजा हों भाए, तौ राजा और हामान भ्याने ऊ भोज में आबें जीहों उनके लाने करहों, और भ्याने में राजा के ई बचन अनसार करहों।”