4 जब बे ऊसें रोज एैसई कैत रए, और ऊने उनकी एक नें मानी, तब उनोंरन ने जा हेरबे की इच्छा सें कि मोर्दकै की जा बात चलहै कि नईं, हामान हों बता दओ; ऊने तौ उनहों बता दओ हतो कि मैं यहूदी आंव।
एैसो भओ कि बा हरएक दिना यूसुफ सें बातें करत रई, परन्त ऊने ऊकी नें मानी कि ऊके लिगां लेटे या ऊके संगै रए।
तब राजा के करमचारी जो राजभवन के फाटक पै रैत हते, उनोंरन ने मोर्दकै सें पूंछो, “तें राजा के आदेस हों काय नईं मानत?”
जब हामान ने हेरो, कि मोर्दकै नईं झुकत, और नें मोहों परनाम करत आय, तब हामान बिलात गुस्सा भओ।
ऊने उनसें कई, “मैं इब्री मान्स आंव; और सरग कौ यहोवा परमेसुर जीने समंदर और धरती दोई हों बनाओ आय, ओई हों मैं मानत आंव।”