1 इन बातन के पाछें जब राजा क्षयर्ष कौ गुस्सा ठंड़ो पड़ गओ, तब ऊने रानी वशती की, और जौन काम ऊनें करो हतो, और जौन ऊके बारे में हुकम कड़ो हतो ऊकी सोई सुध लई।
तब हामान ओई खम्भा पै जीहों ऊने मोर्दकै के लाने तईयार करवाओ हतो, लटका दओ गओ। ईपै राजा कौ गुस्सा ठंड़ो पड़ गओ।