हे हमाए यहोवा परमेसुर! मैं जानत आंव कि तें हिया हों जांचत आय और सिधाई सें खुस रैत आय; मैंने तौ सब कछु हिया की सिधाई और अपनी मरजी सें दओ आय; और अब मैंने खुसी सें देखो आय कि तोरी परजा के मान्स जौन इतै हाजर आंय, बे तोहों अपने हिया सें भेंट देत आंय।
कोऊ मान्स दो मालकन की चाकरी नईं कर सकत, कायसे बो एक से बैर और दूसरे से प्रेम रख है, या एक से मिलो रै है और दूसरे हां नैचों जान है; “तुम परमेसुर और धन दोई की भक्ति नईं कर सकत”।
कायसे मैं भी सरकारी अफसर आंव, और मोरे तरें सिपाही आंय, और जब मैं एक से कहत हों, जा, तो बो जात आय; और दूसरां हां कि आ, तो बो आत आय; और जब अपने चाकर से कहत हों, कि जौ कर, तो बो करत आय।
कायसे हम अपने हिये की जा बात मानत आंय, कि और ऊ पै बड़वाई करत आंय, कि संसार में और तुमाए बीच हमाई चाल परमेसुर को भाबेवारी पवित्तर और सांची हती, और ऐसो संसार के ज्ञान से नोंई, अकेले परमेसुर की दया से भई।
ई लाने अब यहोवा परमेसुर कौ डर मानकें ऊकी सेवा खराई और ईमानदारी सें करो; और जौन देवतन की सेवा तुमाए पुरखा महानदिया के ऊ पार और मिस्र में करत हते, उनहों दूर करके यहोवा परमेसुर की सेवा करो।
ई लाने कि जदि इन में से कोई ऐसे होंय जौन बचन हां न मानत होबें, पर तुमाए डर संग्गै पवित्तर चाल चलन हां तक के बिना बचन के अपनी अपनी बईयर के चाल चलन के द्वारा खिंच जाबें।