2 अपने मताई बाप को मान करो (जा पैली अग्या आय, जी के संग्गै परमेसुर की सौगंध सोई आय)
ई लाने सबको हक्क चुकाओ, जीहां कर चानें, ऊहां कर देओ; जिए महसूल चानें, ऊहां महसूल देओ; जी से डरबो चईये, ऊसे डरो; जी कौ आदर सम्मान करो चईये ऊकौ आदर सम्मान करो।
कि तोरो भलो हुईये, और तें बिलात दिना लौ धरती पै जीयत रहै।
और कोऊ बिधवा बईयर के लड़कावारे और नाती नता होबें, तो बे पेंला अपने घरवारन मैं अच्छे से रैबें, और अपने मताई बाप हां उनको जौन हक्क होबे बो देओ।