15 और दूसरन हां परमेसुर की कथा सुनाओ, तुमाए गोड़ों के लाने मानो जूता कौ काम करें।
लेकिन पनईंयां पैरो और दो-दो कुरता न पैरो।
पर बाप ने अपने चाकरन से कओ; तुरतऊं बढ़िया से बढ़िया उन्ना ऊ ऐ पैराओ, और ऊके हाथ में छल्ला, और गोड़न में पनईंयां पैराओ।
और परचारक बिना कैसे सुनें? और यदि भेजे न जाबें, तो कैसे परचार करें? जैसो लेख आय, कि उन के गोड़े कैसे साजे आंय, जौन साजी बातन कौ भलो सन्देसो सुनात आंय!