जब पिलातुस ने हेरो, कि कछु भी बन नईं पड़त बल्कि हुल्लड़ होत जात आय, तो ऊने पानू लओ और भीड़ के आंगू अपने हाथन हां धोके कई; मैं ई मान्स के खून से बरी आंव; तुमई जानो।
इत्तो करौ कि तुमाओ जीवन सुसमाचार की बातन जैसो होबै, और चाहे मैं आओं और न आओं मोहां पता चलै, कि तुम एकई मन के बने आव और एक होकें पिरभू की बात दूसरन लौ बताबे में लगे रैत आव।
संभल के रहो, और जे बातें कहबेवारे की सुनो, जब मान्सन ने कैबेवारे की बात न मानी जौन सिय्योन पहरवा से बोलत हतो, तो का तुम उन की बात जौन सरग से बोलत आय बच पाहौ।
और मैं दण्डवत करबे के लाने ऊके गोड़ों पै गिरो; ऊ ने मोय से कई; हेर, ऐसो न कर, कायसे मैं जो पिरभू को परचार करत आंव उनईं में से एक आंव, केवल परमेसुर के सामूं झुको; कायसे ईसा मसीह कौ परचार आगमवानी की आत्मा आय।