1 सो अच्छे बच्चन होकें परमेसुर जैसे हो जाओ।
जीसे तुम अपने स्वर्गीय बाप की लड़ेर बन सको, कायसे बो अपनो सूरज भले और बुरय दोई के लाने उगात आय, और धर्मियन और अधर्मियन दोई पे पानू बरसात आय।
ई लाने तुम सिद्ध बनो, जैसो कि तुमाओ स्वर्गीय बाप सिद्ध आय।
पर जीने ऊहां अपनाओ, ऊ ने इन हां परमेसुर की लड़ेर होबे कौ हक्क दओ, यानि उन हां जौन ऊके नाओं पे भरोसा करत आय।
अकेले एक दूजे पै दया करो, और जैसे परमेसुर ने मसीह में तुमाए पाप क्षिमा कर दए, ऊंसई तुम सोई एक दूजे के पाप क्षिमा करो।
कि तुम ई संसार में बिन दोस के सूदे सादे परमेसुर के जने होकें ई बुरई और टेढ़े संसार में बिन पाप बने रओ, (उन मान्सन के बीच जिन्हें तुमें जीवन की बातें बता के, मानो एक जलत भओ दिया जैसे आव)।
परमेसुर ने तुम से प्रेम करो और तुम हां पवित्तर करके अपने लोगन में जोड़ लओ आय, सो तुम दया करबेवारे, दीन, और भलो करबेवारे और धीरज धरबेवारे बनो।
प्यारे जनौ, जब परमेसुर हम से ऐसो प्रेम धरें आय, तो हम हां सोई एक दूजे से प्रेम करो चईये।