ईपै यहोवा परमेसुर ने सुख दैबेवारी सुगन्ध पाकें सोचो, “कि मान्स के कारन मैं फिन कभऊं धरती हों स्राप नें दैहों, जबकि मान्स के मन में बचपन सें जो कछु पैदा होत आय ऊ बुरओ ही होत आय; तब भी जैसो मैंने सबरे जीवों हों अब मारो आय, बैसो उनहों फिन कभऊं नें मारहों।
तुम अपने बाप शैतान से आव, और अपने बाप की मनकी बात हां पूरो करबो चाहत आव। बो तो शुरु से हत्यारो आय, और सत्य पे टिको नईं रओ, कायसे सत्य ऊ में हैई नईंयां: जब बो झूट बोलत आय, तो अपने गुन से बोलत आय; कायसे बो झूटो आय, और झूट कौ बाप आय।
फिन दूसरी जातनवारे जिन लौ नैम व्यवस्था नईंयां, स्वाभाव से नैम व्यवस्था की बातन पे चलत आंय, तो नैम व्यवस्था उन लौ न होबे पे बे अपने लाने खुद नैम व्यवस्था आंय।
कायसे एक दूसरे में को अन्तर कर सकत आय? और तोरे ऐंगर का आए जौन तेंने दूसरे से न पाओ होबै: और जब तेंने दूसरे से पाओ आय, तो ऐसो घमण्ड काय करत आय, कि मानो नईं पाओ?
अकेले पवित्र पोथी में लिखो आय कि सबरे पाप के जाल में फंसे आंय, कि बा प्रतिज्ञा जीसे यीशु मसीह पै बिसवास करो चईये, बिसवास करबेवारन के काजें पूरी हो जाबे।
और यीशु मसीह ने अपनी देह में, क्रूस पै मर के तुमाओ मेल परमेसुर से करवा दओ, कायसे तुम पेंला उन से दूर भटके हते और अपने बुरय विचारन और करमन से उनके बैरी हो गए हते।
कायसे हम पेंला, मूरख और परमेसुर की अग्या न मानबेवाले, और दुबधा में हते, और भांत भांत की चाहना करत हते, और मजा मौज चाहत हते और अदावट धरें हते, और दूसरन को बुरओ सोचत हते, और बहुत घिना हते और दूसरन से बैर मानें हते।
उन की आंखें व्यभिचार से भरी आंय, बे अधरम करे बिना रै नईं सकत, बे चंचल मन वारन हां फुसला लेत आंय; उनके हिये लालच करबे की लत में पड़े आंय, बे सन्ताप के लरका बच्चा आंय।
कायसे जो कछु संसार में आय, जानो कि मान्स की अभलाखा, आंखन की अभलाखा, और अपनी कमाई पै घमण्ड, जे सबरी बातें परमेसुर के मन की नईंयां, परन्त संसार की बातें आंय।
अब मैं तुम हां नई अग्यां लिखत आंव; जौन परमेसुर ने तुम हां मानबे हां कहो आय; कायसे तुमाए हिये को अंधियारो मिटत जात आय, और सच्ची ज्योत अब तुम में चमकन लगी आय।