और मूरतन को परमेसुर के मन्दर में का काज? कायसे हम जियत परमेसुर के मन्दर आंय; जैसो परमेसुर ने कहो आय कि उन में बस हों और उन में घूम हों; और मैं उन को परमेसुर और बे मोरे जनें कहा हैं।
बे पिरभू यीशु मसीह के संग्गै नईं जुड़े आंय, जौन सबरी देह के मूड़ आंय, पिरभू सरीर हां सकती देत आय, परमेसुर के जोर से जोड़त और मांस हां संग्गै बांधे रैबे।
मोरे आबे में तनक अबेर हो जाबै, तो ध्यान धरियो, कि परमेसुर को घर, जियत परमेसुर की मण्डली आय, जौन सांचे को खम्भा और उठी नी आय; ईमें कैसो चलो चईये ईपै ध्यान धरियो।