फिन ऊने यहोवा परमेसुर सें जा कहकें बिन्तवाई करी, “हे यहोवा परमेसुर जब मैं अपने देस में हतो, तब का मैं जाई बात नें कैत हतो? ऐई कारन तोरो हुकम सुनतईं तर्शीश हों भग जाबे के लाने फुरती करी; कायसे मैं जानत हतो कि तें दया करबेवारो और दयालु यहोवा परमेसुर आय और अबेर सें खुन्स करबेवारो, दया कौ सागर आय और दुख देबे सें खुस नईं होत, दुख दैबे की बेरा में अपनो हिया बदलबेवारो आय।