ऊ रोटी के लाने मेहनत नईं करो जौन नास हो जात आय, परन्त ऊ रोटी के लाने जौन अनन्त जीवन लौ बनी रहत आय, जीहां मान्स कौ पूत तुम हां दै है, कायसे बाप यानि परमेसुर ने ओई पे अपनी छाप लगाई आय।
इब्राहीम ने खतने कौ चिन्ह पाओ, कि बो बिसवास की धार्मिकता पे छाप होबे, जौन ऊ ने बिना खतना की दसा में धरो हतो: जी से बो उन सबरन कौ बाप ठैरो, जौन बिना खतना की दसा में बिसवास करत आंय, जीसे बे सोई धर्मी ठैरें।
सो हम परमेसुर को धन्न मानत आंय; कि जब परमेसुर की बातें तुम ने सुनीं, तो तुम ने ऊहां मान्सन की नईं, परन्त परमेसुर की बातें लेखी (जा सांची आय) और अब तुमाए जीवन में दिखात आय।
परन्त परमेसुर की बातें जीमें नीं जैसी बैठ गई आंय, उन पै ऐसी छाप लगी आय कि परमेसुर उन हां चीनत आंय; जो कोनऊं परमेसुर को नाओं जपत आय, बो अधरम से बचो रै है।
तो हम ऐसे अच्छे तरन तारन के रस्ता हां जानके कैसे बचे जात आंय? पिरभू ने पेंला ईहां हमें बताओ, और जिन ने जो बचन सुनो और मानो ईसे हमें पक्को हो गओ कि जौ सांचो आय।
फिन मैंने एक और सरगदूत हां तको, जौन जीयत परमेसुर की मुहर लएं जिते से सूरज कड़त आय ऊपर की ओर आत तको; ऊ ने उन चारई सरगदूतन से जिन हां धरती और समुन्दर हां बरबाद करबे को अधकार दओ गओ हतो, बड़े जोर से कई।