23 अपनो काम मन से करो, मानो तुम मान्सन के लाने नईं परन्त पिरभू के लाने करत आव।
जब तुम उपास करौ, तो कपटियन घांई तुमाए मों पे उदासी नईं दिखै, कायसे बे अपनो मों बनाए रहत आंय, जीसे मान्स उन हां उपासो जानें; मैं तुम से सांची कहत आंव, कि बे अपनो फल पा चुके।
जौन कोऊ दिनां हां मानत आय, बो पिरभु के लाने मानत आय: जौन कोऊ खात आय, बो पिरभु के लाने खात आय, कायसे ऊ परमेसुर कौ धन्नबाद करत आय, और जौन नईं खात, बो पिरभु के लाने नईं खात और परमेसुर कौ धन्नबाद करत आय।
कायसे जदि हम जीयत आंय, तो पिरभु के लाने जीयत आंय; और जदि मरत आंय, तो पिरभु के लाने मरत आंय; सो हम जीएं या मरें, हम पिरभु ही के आंय।
बईयरें अपने मुन्स की कई करबें, मानो जैसे पिरभू की।
और जो कछु उनके नाओं से कओ और करो, उन सबरी बातन में परमेसुर हां धन्न मानो।
सो जब तुम ने भाईचारे की निश्चल प्रीति के लाने सत्य के मानबे से अपने हियन हां पवित्तर करो आय, तो तन मन लगा के एक दूजे से अधक प्रेम करो।
पिरभु के लाने मान्सन के ठैराए भए सबरे परबन्ध के नेचें रओ, राजा के ई लाने कि बो सबरन कौ परधान आय।
कायसे परमेसुर की मन्सा जा आय, कि तुम साजे काम करबे से बेसमझ लोगन की न समझी की बातन हां बन्द कर दो।