19 ऐ घरवारे जनो, अपनी घरवालियों से प्रेम राखो, और उन हां परेसान न करो।
तब इसहाक रिबका हों अपनी मताई सारा के तम्बू में ल्याओ, और ऊहों ब्याहकें ऊसें प्रेम करो। ई तरहां इसहाक हों मताई के मरबे के बाद सान्ति मिली।
जदि कोऊ मोरे ऐंगर आबे, और अपने बाप और मताई और अपनी ब्यावता और बच्चन और भाईयन और बहनों और अपने प्रान को सोई अप्रिय न जाने, तो बो मोरो चेला नईं हो सकत।
उन के मों श्राप और कड़वाहट से भरे आंय।
सबरी कड़वाहट और खुन्स, और न्याओ, और बुराई और दूसरन से बैर तुम न करो।
मुन्स अपनी बईयर से प्रेम राखो, जैसो मसीह ने मण्डली से करो और अपनो प्राण ऊके काजें दे दओ।
तुम सबरे जनें अपनी अपनी बईयरन से अपने घांई प्रेम राखो, और बईयर अपने मुन्स से डरें।
हे बच्चनवारे, अपने लड़का वारन हां परेसान न करो, ऐसो न होबै कि उनको मन टूट जाबै।
जदि तुम अपने हियन में जलत आव और बुराई धरत आव, तो सत्त के बिरोद में घमण्ड न करियो, और न लबरी बात कईयो।
ऊंसई हे मन्सेलू हरौ, तुम सोई समजदारी से बईयरन के संग्गै जीवन बिताओ और बईयर हां अबला जान के ऊकौ मान करौ, और जौ समज के, कि तुम दोई जीवन के बरदान के हक्कदार आव, जीसे तुमाई बिन्तवाई रुक न जाबै।