15 तुम सबरे जनें यीशु मसीह की देह के मानो अंग आव और सान्ति से रैबे हां जुड़े आव, सो जानो सान्ति पिरभू से मिलत आय, ऊ तुमाए सोच हां संभाले और तुम उन हां धन्नवाद देत रओ।
ई काजें कि बे परमेसुर हां जानत हते, तो भी उन ने परमेसुर की बड़वाई और धन्नबाद नईं करो, परन्त अपने हियन से बेकार के सोच विचार करन लगे, और उन कौ अज्ञानी मन अंधेरो हो गओ।
कोऊ जनो जौन बिसवास न धरत होबे, तो छोड़ छुट्टी हो जान देओ, ऐसे में कोऊ भईया या बिन्नू हां कोऊ बन्धन नईंयां; परन्त परमेसुर ने हम हां मेल जोल हां टेरो आय।