और ई संसार के जैसे न बनो; पर तुमाए समज के नए हो जाबे से तुमाओ चाल सोई बदलत जाबे, जी से तुम परमेसुर की साजी और भावती, और सिद्ध अभलाखा अनुभव से मालूम करत रओ।
ऐसे जनें अच्छी बातन हां छोड़ देबें; और औरई गैल धर लेबें तो उन हां फिरके ओई सांची गैल पै लै आबो मुसकल आय; मानो ऐसे जन पिरभू यीशु मसीह हां फिन से क्रूस पै ठोकत आंय, और सब के सामूं उनके नाओं पै बट्टा लगात आंय।