7 जौन मान्स ऊके संग्गै हते, बे चकित रै गए; कायसे बोल तो सुनत हते, पर कोऊहां तकत न हते।
तब भीड़ के लोग जौन उते ठांड़े भय सुन रए हते, कहन लगे; कि बादल गरजो आय, औरन ने कई, सरगदूत ने ऊसे बतकाओ करो आय।
जौन मोरे संग्गै हते उन ने ज्योत तो तकी, पर जौन मोसे बोलत हतो ऊ की बोली नईं सुनी।