5 ऊ ने पूछो, हे पिरभु, तें को आय? ऊ ने कओ; मैं यीशु आंव; जीहां तें सतात आय।
पर पतरस ने कओ, नईं पिरभु, कभऊं नईं; कायसे कि मैंने कभऊं कौनऊ अपवित्र या अशुद्ध बस्त नईं खाई आय।
जब हम सब धरती पे गिर पड़े, तो मोय इब्रानी बोली में जौ सुनाई पड़ो, हे शाऊ ल, हे शाऊ ल, तें मोय काय सतात आय? पैने पे लात मारबो तोरे लाने कठनआय।
मैंने भी जौई सोचो हतो, की नासरत के यीशु के नाओं के बिरुद्ध मोय बिलात कछु करने आय।
पर जदि परमेसुर कुदाऊं से होबे, तो तुम कौनऊं भात ऊहां मिटा न सक हौ; कऊं ऐसो न होबे, कि तुम परमेसुर से सोई लड़बेवारे ठैरो।
और ऊ भूमि पे गिर पड़ो, और ऊ ने जौ कैत भओ सुनो, हे शाऊ ल, हे शाऊ ल, तें मोय काय सतात आय?
पर अब उठ के नगर में जा, और जौन तोहां करने आय, बो तोसे कहो जै है।
का हम पिरभु को रिस दिलात आंय? का हम उन से बलवान आंय?
ऐसो नईंयां कि मोहां जौ सब मिल गओ आय, और मैं पूरो साजो हो गओ आंव; परन्त मैं ओई जैसो होबे भगत जात आंव, जी के लाने पिरभू यीशु मसीह ने पकड़ो आय।
मैं तो पेंला बुरई बातें कैबेवारो, दूसरन हां सताबेवारो, और अन्धेर करबेवारो हतो; परन्त उन ने मोपै दया करी कायसे मैंने जो सबरी बातें बिन सोचे समझे करीं।