परन्त ऊकौ धनुस मजबूत रओ, और ऊकी बांह और हाथ याकूब के ओई सर्वसक्तिमान परमेसुर के हाथों के द्वारा फुर्तीले भए, जीके लिगां सें ऊ चरवाहा आहै, जो इस्राएल की चट्टान भी ठैरहै।
और ई बात कौ मतलब साफ करके जौ साबित करत रओ, की मसीह हां दुख उठाबो, और मरे भयन में से जी जाबो, जरूरी हतो; और बो कहत हतो, जौई यीशु जीको मैं तुमाए सामूं परचार करत आंव, मसीह आय।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।
सब सुनबेवारे चकित होकें कैन लगे; का जौ ओई नईंयां जौन यरूशलेम में जो ई नाओं हां लेत हते, नास करत हतो, और इते सोई ई लाने आओ आय, कै उन हां बांध के परधान याजकन लौ ले जाबै?
पर बरनबा ने ऊहां अपने संग्गै प्रेरितन के ऐंगर ले जाके उनहां बताओ, कि ईने कौन भांत गोला गैल में पिरभु हां तको, और ऊसे बातें करीं; फिन दमिश्क में ईने कैसे हिम्मत से यीशु के नाओं से परचार करो।