ई मान्स हां प्रभु के गैल की सीख दई गई हती, बो बड़े आत्मिक जोस से भरके यीशु के बारे में सही सही सुनात और सिखात हतो, पर बो केवल यूहन्ना के बपतिस्मा के बारे में जानत हतो।
पर जब कछु लोगन ने कड़ो होकें ऊ की नईं मानी और भीड़ के आंगू ई धरम हां भलो बुरो कहन लगे, तो बो चेलन हां लैके उन से अलग हो गओ, और तुरन्नुस की पाठशाला में रोजीना बतकाव करत रओ।
पर मैं तोरे आंगू जौ मान लेत आंव, की जी चाल हां जे बुरई चाल कहत आंय, ओई के अनसार मैं अपने पुरखन के परमेसुर कौ काज करत आंव: और जौन बातें रीत के अनसार आंय मानत हों, और जौन कछु आगमवक्तन के शास्त्रन में लिखी आंय, उन सब हां मानत हों।
और मैंने यरूशलेम में जौई करो; मुखिया महापुरोहितन से हुकम पाके मैंने बिलात पवित्र लोगन हां जेलखाने में डालो, पर जब बे मौत के घाट उतारे जा रए हते, तो मैंने उन के बिरुद्ध में अपनी हामी भी दई।
जब ऊ आराधनालय में से जौन लिबिरतीनों की कहलात हती, और कुरेनी और सिकन्दरिया और किलिकिया और एशिया के मान्सनों में से कैऊ जने ठांड़े होकें स्तिफनुस से बतकाव करन लगे।
सब सुनबेवारे चकित होकें कैन लगे; का जौ ओई नईंयां जौन यरूशलेम में जो ई नाओं हां लेत हते, नास करत हतो, और इते सोई ई लाने आओ आय, कै उन हां बांध के परधान याजकन लौ ले जाबै?