12 और ऊ ने हनन्याह नाओं के एक मान्स हां भीतर आत, और अपने ऊ परै हाथ धरत तको; जीसे फिन से तक पाबै।
और ऊ ने जौ कह के भौतई बिनती करी, कि मोरी हलकी बिटिया मरबे पे आय: तें आके ऊ पै हाथ धर दे, कि बा ठीक होकें जिन्दा रैबे।
इन हां प्रेरितन के सामूं ठांड़ो करो और उन ने बिन्तवाई कर के उन पे हाथ धरे।
दमिश्क में हनन्याह नाओं कौ एक चेला हतो, ऊसे पिरभु ने दर्शन में कओ, हे हनन्याह! ऊ ने कओ; हओ पिरभु।