34 खोजे ने फिलिप्पुस से पूछो; मैं तोय से बिन्तवाई करत आंव, अगमवकता जौ की के बारे में कैत आय, अपने बारे में या कौनऊ और के बारे में।
फिन बो भीड़ हां छोड़के घरै आओ, और ऊके चेला ऊके ऐंगर आके कैन लगे, खेत के जंगली दाने की कनौत हम हां समझा दे।
जा सुन के, पतरस ने ऊसे कई, जा कनौत हम हां समजा दे।
ऊ उठ के चल दओ, ऊने तको, कूश देश कौ एक मान्स आ रओ आय ऊ खोजा हतो और कूशियों की रानी कन्दाके कौ मन्त्री और खजांची हतो, बो अराधना करबे के लाने यरूशलेम आओ हतो।
ऊ की दीनता के काजें ऊकौ न्याय नईं होने पाओ, ऊ टैम के मान्सन के बारे में को लेख को कर है, कायसे धरती से ऊकौ प्राण उठाओ जात आय।
तब फिलिप्पुस ने बोल समजाबो शुरू करो, और पवित्तर पोथी के इनई बातन से शुरू कर के ऊहां यीशु कौ भलो सन्देसो सुनाओ।