29 तब आत्मा ने फिलिप्पुस से कओ, ऐंगर जाके रथ के संग्गै हो ले।
पतरस तो ऊ दर्शन पे सोचई रओ हतो, कि आत्मा ने ऊसे कओ, तक, तीन मान्स तोरी खोज में आंय।
पवित्र आत्मा ने मोसे कई, कि मैं बेखटके उनके संग्गै जाओं, और जे छै भाईय सोई हमाए संग्गै निंगे; और हम ऊ मान्स के घरै गए।
हमाए ऐंगर आके ऊ ने पौलुस को करियाई कौ फेंटा लओ, और अपने हाथ गोड़े बांधके कई; पवित्र आत्मा जौ कहत आय, जी मान्स कौ जो करियाई कौ फेंटा आय, ऊहां यरूशलेम में यहूदी ऐई तरहां बांध हैं, और अन्यजातियन के हाथ में दें हैं।
जब बे एक दूसरे से राजी नईं भए, तब पौलुस की अखिरी बात के कहबे के पाछें बे उते से चले गए, पवित्र आत्मा ने यशायाह आगमवक्ता से तुमाए पुरखन से सही कई।
पिरभु के एक सरगदूत ने फिलिप्पुस से कओ; उठ और दक्खिन कोद ऊ गैल पे जा, जौन यरूशलेम से अज्जाह हां जात आय, और जौन जंगल में आय।
बो अपने रथ पे बिराजो भओ, अगमवकता यशायाह की पोथी बांचत भओ अपने देश कुदाऊं लौट रओ हतो।
फिलिप्पुस ने रथ कुदाऊं गदबद लगाई ऊ ने ऊहां यशायाह अगमवकता की पोथी बांचत भए सुनो, ऊ ने पूछो तें जौन बांच रओ आय, का ऊहां समजत सोई आय?
जब बे पानू में से कड़ के ऊपर आए, तो पिरभु कौ आत्मा फिलिप्पुस हां उठा ले गओ, और खोजे ने ऊहां फिन न तको, और खोजा अपनी गैल पे खुसी खुसी चलो गओ।
परन्त जे सबरे असरवारे काम ओई एक आत्मा करवात आय, और जिये जो चाहत आय ऊ बांट देत आय।
आत्मा कैत आय, की आबेवारे दिना में कितेक मान्स बिलोरबेवारी आत्मा, और बुरई आत्मा की बातन मैं मन लगा के सांचे बिसवास की बातन से भटक जै हैं।
जैसो आत्मा कैत आय, कि तुम जब आज उनकी बात हां सुनो।