18 जब शमौन ने तको कि प्रेरितन के हाथ धरबे से पवित्तर आत्मा दओ जात आय, तो ऊ उन के ऐंगर रुपईया लाओ और उन से कओ।
बीमारन हां साजो करियो: मरे भयन हां जिलाईयो: कोढ़ियन हां शुद्ध करियो: दुष्ट आत्मन हां काड़ियो: तुम ने सेंतमेंत पाओ आय, सेंतमेंत दईयो।
तब उन ने उन पे हाथ धरे और उन ने पवित्तर आत्मा पाओ।
जौ अधकार मोहां सोई दो, कि जौन कोऊ पै मैं हाथ धरों, बो पवित्तर आत्मा पाबै।
और उन मान्सन में बेकार के झगड़ा पैदा होत आंय, जिन की मती बिगड़ गई आय और बे सत्य से अलग हो गए आंय, जो समझत आंय कि भक्ति कमाई कौ दोरो आय।