9 कुलपतियन ने यूसुफ से डाह कर के ऊहां मिसर जाबेवारन के हाथ बेंच दओ; पर परमेसुर ऊके संग्गै हतो।
यूसुफ अपने मिस्री मालक के घरै रैत हतो, और यहोवा परमेसुर ऊके संगै हतो ई लाने ऊ भाग्यवान मान्स हो गओ,
जब सें यूसुफ हों अपने घर कौ और अपनी पूरी सम्पत्ति कौ अधकारी बनाओ, तब सें यहोवा परमेसुर यूसुफ के कारन ऊ मिस्री के घर पै आसीस दैन लगो; और का घर में, का मैंदना में, ऊकौ जो कछु हतो सब पै यहोवा परमेसुर की आसीस होन लगी।
फिन यूसुफ ने अपने भईयों सें कई, “मोरे लिगां आओ।” जौ सुनकें बे लिगां गए। फिन ऊने कई, “मैं तुमाओ भईया यूसुफ आंव, जीहों तुमने मिस्र आबेवारों के हाथ बेंच दओ हतो।
कायसे बो जानत हतो कि उन ने ऊहां छल से पकड़वाओ आय।
प्रेम धीरज धरत आय, दया करबेवारो आय; प्रेम बैर की गांठ नईं बाधें रैत; प्रेम अपनी बड़वाई नईं करत, और घमण्ड में नईं बनो रैत।