“मैं तुमाए मजारें पाहुन और परदेसी आंव; मोहों अपने मजारें कब्रिस्तान के लाने एैसी जमीन मोल दै देओ जो मोरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मुरदे हों गाड़कें अपनी आंख की ओट में करों।”
जब मैं अपने बाप-दादों के संगै सो जैहों, तब तें मोहों मिस्र सें उठा लै जाकें उनईं के कब्रिस्तान में रखहै।” तब यूसुफ ने कई, “मैं तोरे बचन के अनसार करहों।”
मतलब उनोंरन ने ऊहों कनान देस लै जाकें मकपेला की ऊ जमीनवारी गुफा में, जो मम्रे के सामूं आय, माटी दई; जीहों अब्राहम ने हित्ती एप्रोन के हाथ सें ई लाने खरीद लई हती कि बा कब्रिस्तान के लाने ऊकी निजी जमीन होए।
फिन यूसुफ की हड्डियां जिनहों इस्राएली, मिस्र सें ल्याए हते बे शकेम की जमीन के ऊ हींसा में गाड़ी गईं, जीहों याकूब ने शकेम के बाप हमोर के मोंड़ों सें एक सौ चांदी के सिक्कों में मोल लओ हतो; ई लाने बौ यूसुफ की संतान कौ निजी हींसा हो गओ हतो।