13 दूजी बेर यूसुफ ने अपने हां अपने भाईयन पे उजागर कर दओ, और यूसुफ की जाति फिरौन हां पता पड़ गई।
तब यूसुफ ने अपने भईयों सें और अपने बाप के घराने सें कई, “मैं जाकें फिरौन हों जौ कहकें संदेसो दैहों, ‘मोरे भईया और मोरे बाप के पूरे घराने के मान्सन, जो कनान में रैत हते, बे मोरे लिगां आ गए आंय;
फिन ऊने अपने भईयों में सें पांच जन लैकें फिरौन के सामूं ठांड़े कर दए।