12 और मान्सन और बड़े बूढ़ों और शास्त्रियन हां भड़का के चढ़ आए और ऊहां पकड़ के महापंचयात में ले आए।
जिन ने यीशु हां पकड़ो हतो, बे ऊहां महायाजक काइफा के ऐंगर लै गए, जिते शास्त्री और पुरनिए जमा हते।
परन्त मैं तुमन से कैत हों, कि जौन कोनऊ अपने भईया पे खुन्सयाबे, ऊहां कचहरी में सजा मिल है: और जो कोऊ अपने भईया हां निकम्मो कै है बो पंचायट में दोषी ठहर है; और जो कोऊ कैबे “अरे मूरख” बो नरक की आगी के दण्ड के जोग हुईये।
एक दिना ऐसो भओ कि जब बो मन्दर में उपदेस दे रओ हतो, तो धरम महा पण्डत और शास्त्र ज्ञानी, और बूढ़े पुरानन के संग्गै आके ठांड़े भए।
पर यहूदियन ने भक्त और धनी बईयरनऔर नगर के बड़े खास जन हां भड़काओ, और पौलुस और बरनावास के खिलाफ उपद्रव कराके उनहां अपने इलाके से काड़ दओ।
पर जिन यहूदियन ने भरोसा नईं करो, उन ने गैर यहूदियन के मन हां उकसाव, और भाईयन के खिलाफ में कड़ुवाहट पैदा कर दई।
पर जब थिस्सलुनीके यहूदियन हां पता पड़ो, की बिरीया में भी पौलुस ने परमेसुर कौ बचन सुनाओ आय, तो बे उते आके भीड़ हां भड़काऊ न और हुल्लड़ मचाऊ न लगे।
जब गल्लियो अखाया कौ राज्यपाल हतो तो यहूदी एक होकें पौलुस के बिरोध में उठ ठांड़े भए, और ऊहां न्याय की गद्दी के आंगू लाके कहन लगे।
जब बे सात दिना पूरे होबे हां हते, तो आसिया के यहूदियन ने ऊहां मन्दर में तक के भीड़ हां भड़का दओ, और पौलुस हां पकड़ लओ।
और प्रेरितन हां पकड़ के हवालात में बन्द कर दओ।
उन ने प्रेरितन हां लाके महापंचायत के सामूं ठांड़ो कर दओ: तब महायाजक ने उन से पूछो।
ई पे उन ने कैऊ मान्सन हां उस्केरो जौन कहन लगे, हम ने ईहां मूसा और परमेसुर के विरोद में निंदरत सुनो आय।