27 कायसे कि सांची में तोरे चाकर यीशु के विरोद में, जौन को तेंने अभिषेक करो, हेरोदेस और पुन्तियुस पिलातुस सोई दूसरी जातवारन और इस्राएलियन के संग्गै ई नगर में जुड़े।
हे यरूशलेम, हे यरूशलेम; तें जो आगमवकतन हां मार डारत आय, और जौन तोरे ऐंगर पठैय गए, उन कौ पत्थरवाह करत आय, मैं ने कितेक बेर चाहो कि जैसे मुर्गी अपने बच्चन हां अपने पंखन तरें इकट्ठो कर लेत आय, वैसई मैं भी तोरे बच्चन हां इकट्ठो करों, पर तुम ने न चाहो।
कि तको, हम यरूशलेम हां जात आंय, और मान्स कौ बेटा बड़े पुजारियन और धरमगुरुअन के हाथन पकड़वाओ जै है, और बे ऊहां मौत के लायक ठहरा हैं, और दूसरी जातियन के हाथ में दे दै हैं।
कि पिरभु कौ आत्मा मोपे आय, ई लाने कि ऊ ने गरीब-गुरवन हां भलो सन्देसो सुनाबे के लाने मोरो अभिषेक करो आय, और मोय ई लाने पठैओ आय, कि जौन बन्धुए आंय उन हां छुटकारे कौ और अन्धरन हां तकबे कौ भलो सन्देसो सुनाऔ और कुचले भए हां छुड़ाओं।
फिन यीशु ने कओ, मान्स के पूत के लाने जरूरी आय, कि बिलात पीड़ा झेले, और बूढ़े पुराने धरम महापण्डत, और धरम ज्ञानी ऊ ए ओछो जान के मार डालें, और बो तीसरे दिना जी उठै।
परमेसुर ने कौन भांत से यीशु नासरी हां पवित्तर आत्मा और सामर्थ से भर दओ: बो भलाई करत, और सब हां जौन शैतान छलिया के सताए भए हते, साजो करत फिरो; कायसे परमसुर ऊके संग्गै हतो।